*1043 जिनके लगी शब्द की सेल घायल वो ना जीवे।।

जिनके लगी शब्द की सेल घायल वो ना जीवे।।

लागी लागी सभी कहे रे लागी ना है एक।
लागी उनके जानिए रे जो करे कलेजे छेक।।

लगी लगी सभी कहे रे, लगी बुरी बलाए।
लगी तो तब जानिए जब आर पार हो जाए।।

लगी उनके जानिए रे राज तजे अलबेल।
अंदर दीवा जल रहा रे घला है प्रेम का तेल।।

पढ़ना लिखना है नहीं रे यह सतसंगत का खेल।
चार वेद घट में बसें रे पूरे गुरु का मेल।।

जग में सत्संग सार है रे जो काटे जम की बेल।
कहे कबीर सुनो भाई साधो झूठा जग का मेल।।

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