*867. मेरी तेरी करके खो गई उम्र सारी रे।। 407
मेरी तेरी तेरी मेरी करके खो दई उम्र सारी रे।
कंगले मन नहीं विचारी रे।।
ने दस मास गर्भ में रखा माता थारी रे।
बाहर निकालो भक्ति करूंगा सतगुरु थारी रे।।
याना था फिर स्याना हो गया उम्र संभाली रे।
मात पिता ने गाली बकता त्रिया प्यारी रे।।
आडी टेडी पगड़ी बांध के बना पुजारी रे।
पैसा कोन्या तेरी गांठ में लाया उधारी रे।।
सतगुरु बातें करें ज्ञान की वे लागे खारी रे।
कहे कबीर सुनो भाई साधो करनी थारी रे।।
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