*939. दिल दे दिया सतगुरु प्यारे नू।।430

      दिल दे दिया सतगुरु प्यारे नू।।
दिल देंदा सो प्याला लेंदा, चलना अमर अखाडे नू।।
      शब्द महल मुकाम हमारा आए हैं दिन चारे नू।।
घट के अंदर देख तमाशा पटक पाप दे भारे नू।।
     दिल दरिया इश्क दा बेड़ा मिलो सजन मतवाले नू।।
नित्यानंद महबूब गुमानी निरखो नूर नजारे नू।।

Comments

Popular posts from this blog

*165. तेरा कुंज गली में भगवान।। 65

*432 हे री ठगनी कैसा खेल रचाया।।185।।

*106. गुरु बिन कौन सहाई नरक में गुरु बिन कौन सहाई 35