*426. बाबा भाग बिलैया झपटी।। 183

     बाबा भाग बिलैया झपटी।।
ब्रह्मा पे झपटी विष्णु पे झपटी,
                              और नारद मुनि से लिपटी।।
इंद्र पे झपटी देवताओं पर झपटी,
                             और श्रृंगी ऋषि के सिर पर मटकी।।
गोरख पे झपटी व्यास पे झपटी,
                       विश्वामित्र के गले से लिपटी।।
कहे कबीर सुनो भाई साधो,
                         संतन को देख कर सटकी।।

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