*1015 लगा ले प्रेम ईश्वर से अगर तूं मोक्ष चाहता है 85।।

लगा ले प्रेम ईश्वर से अगर तू मोक्ष चाहता है।।
वही मालिक है दुनिया का पिता माता विधाता है।।

नहीं पाताल के अंदर नहीं आकाश के ऊपर।
सदा वो पास है तेरे, कहां ढूंढने जाता है।।

करो जप नेम तप भारी जाकर सदा बन में।
बिहार सतगुरु की संगत के नहीं वह दिल में आता है।।

पड़े जो शरण में उसकी छोड़ दुनिया के लालच को।
वह ब्रह्मानंद निश्चय से परमसुख धाम पाता है।।

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