*245. राम कहो आराम मिलेगा।। 94

राम कहो आराम मिलेगा सही रटन की जो हो चास।
       सुबह नहीं तो शाम मिलेगा रख मन में पक्का विश्वास।।

भरे रिता दे रिते भर दे जिस पर नजर मेहर की कर दे।
भीड़ पड़ी आ काढ कसर दे हरि भगत के हों सै दास।।

हरि भजन जो निशदिन गावे, पाप सभी मन के धो जावें
पांच चोर ना धोरे आवें तीन का हो जा तोड़  खुलास।।

तू ही तू ही कर शाम सवेरे वो जा शुद्ध आत्मा तेरी।
जन्म मरण की छुट के फेरी मुक्ति पद की हो जा आश।।

चंद्रभान संत बतलाते मुक्ति का मार्ग दिखलाते।
भगवान से हैं गुरु मिलाते कर सेवा खा मेवा खास।।

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