*175. पी पी मत ना बोल पपिहा रे।। 70
पी पी मत ना बोल पपिया रे।
पी पी बोल मेरे है रे जगावे दिल है डामाडोल।।
दिन नहीं चैन रेन नहीं निद्रा किसने कहूं दिल खोल।।
शीश दिया मैंने पीव लिया रे इतने महंगे मोल।।
कथगी कमाली कबीरा थारी वाली मेरे उठे कालजे होल।।
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