*970 लागी रे साधो नाम की फेरी।।440।।

                            440
लागी रे साधु नाम की फेरी।।
सतगुरु जी के शब्द ने टेरी।।
इस काया में एक वृक्ष है छाया।
               दे रहा वह तो छाया घनेरी।।
इस काया में एक बाग लगा है।
                लग रही वहां तो मेवा घनेरी।।
इस काया में एक वेद बसे है।
                 दे रहे वह तो दवा घनेरी।।
गुरु रविदास को अर्ज मीरा की।
                चाकर रहूं थारे चरणों की दासी।।

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