*362 भाई तू श्याना कोन्या गेर लिया तने टोटा।। 153

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भाई तू शाना कोन्या, गेर लिया तनै टोटा।।

जब तेरे आवे कसारा पगले राजी हो के ओटा।
आगे तेरे किए उमड़ेंगे, बाजें यम का सोटा।।

औरों ने बेवकूफ बतावे खुद बुद्धि का झोटा।
कुछ तो जमा करा दे भोंदू हो गया करजा मोटा।।

माने तो तने विधि बताऊं, ला सुमरिन का घोंटा।
सुबह श्याम दो टेम बांध ले, गेर भजन का कोठा।।

कहे कबीर सुनो भाई साधो छोड़ो करतब खोटा।
रुखा सुखा खा के न तूं पी पानी का लोटा।।

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