*241 तू कर भजन भगवान का इंसान बावले।।92।।

तू कर भजन भगवान का इंसान बावले।
तनै क्यों डीगाया लोभी अपना ध्यान बावले।।

जिसने तुझे बनाया तूने उसका खून ही खाया।
बस जोड धरी धन माया, आखिर तो जाना होगा शमशान।।

कट जाएगी बीमारी, रख लव पे नाम जारी।
कुछ भी कहे दुनिया दारी, तू खोल के सुन ले अपने कान।।

सब भली बुरी वह जाने तू क्या करता है दीवाने।
ना चलने कोई बहाने, अब भी समय है कर ले तू गुणगान।।

गुरु काहे करे गुमाना तू दो दिन का मेहमाना।
एक दिन पड़े तुझे जाना, इस तन से निकलेगी तेरी जान।।

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