*625 तुम राम भजन में लग जा।।625।।

                                625
तू राम भजन में लग जा, तने देश गुरु के जाना।।

इच्छा कारण जग में आया, आया क्या तनै लालच पाया।
 तू कर्मा ने भरमाया, तेरे लग रहा आना जाना।।

एक-एक करके माया जोड़ी, कार करी थी ले ली घोड़ी।
 तने बहुत करी असवारी, मानुष जन्म ना पाया।।

क्यों करता है मेरा मेरी, कौन चीज यहां पर तेरी।
तू करता हेरा फेरी, तनै बहुत पड़े पछताना।।

राम नाम की ले ले माला, आ गया तने ले जावन वाला।
 गुरु प्रकाश नंद समझावे, गुण सतगुरु के गाना।।

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