*366 तेरा मेला लगा बाजार।। 155

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तेरा मेला लगा बाजार सोदा कर चल अरे भाई।।

एक दिन आवत जात है रे एक दिन यह भी जाए।
यो झमेला लग रहा रे ले ले वस्तु जाए।।

एक आवत एक जात है रे देखी अजब यह बात।
यही मिले यही बिछड़ेंगे बेटा हो या बाप।।

वरुण वरुण के दाम है रे चाहे जो ले जाए।
तेरा तुझ में राम है रे कहां फिर गवार।।

सतगुरु की हाथ पर रे सौदा है सत सार।
ज्ञानी सौदा कर चले रे जो मूर्ख फिरे गवार।।

पांच पच्चीस को मारके रे घेेरों आसन लाए।
सतगुरु जी तो न्यू कहे रे मन कपटी ने डांट।।

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